ध्यान - DHYAN - Meditaion
नींद, आचेत ध्यान है ध्यान सहज नींद है नींद में हमें थोड़ी सी ही शक्ति मिमलती है ध्यान से भरपूर शक्ति मिलती है ये शक्ति हमारे शरीर की दिमाग की और बुद्धि की शक्ति बडाती है छठी इन्द्रि उजगर करते है . . . और भी बहुत कुछ . . . इस ध्यान से बढ़ी हुई शक्ति से हम बिना तनाव के स्वस्थ और सुख रह सकते है हमारी शक्ति बहुत बढ जाती है ध्यान , हमारी चेतना स्वयम् कि ओर आने के सिवा कुछ नही है ध्यान से हम जानबूझकर अपने शरीर से दिमांग तक जाते है , दिमांग से ज्नान , और ज्नान से स्वयम की ओर ,और उससे भी आगे पहुंच जाते है ध्यान करने के लिये ,हमे अपने शरीर की सारी हरकतों को बन्द करना पडता है ,जैसे शरीर का हिलना , देखना , बॉलना और सोचना । . . हम जितना ज़्यादा ध्यान करेंगे उतना ही ज़्यादा विश् शक्ति हमे प्राप्त होगी विश् शक्ति प्राणमय शरीर की शक्ति में प्रावाह करती है शक्ति से भरा हुआ शरीर प्राणमय शरीर कहलाती है ધ્યાન ધ્યાન માટે પહેલું કામ છે સ્થિતિ। તમે કોઈપણ રીતે બેસી શકો છો. બેસ્વાનું આરામદાયક અને હલન- ચલન વગર્નું હોવું જોઈઍ. આપણે જમીન પર કે ખુરશી ઉપર બેસીને ધ્યાન કરી શકીએ છીએ. ધ્યાન આપણે કોઈપણ જગ્યાએ કરી શકીએ છી...